खामोशी ने नयी ज़िन्दगी की शुरुआत की है !
आज दिल ने उनसे आख़िरी मुलाक़ात की है !!
जीना हो गया है दुश्वार किसी से जुदा होकर
किसी ने दिल तोड़ने वाली ऐसी बात की है !
इन आँखों में जो देखी नाराज़गी दिल की
मेरे बेचैन अश्कों ने उस पर बरसात की है !
जिगर ने मेरे जो महसूस किया हर पल
ख़ुशी वो चार पल की तेरे साथ की है !
जब पूछे तुमने हालात मेरे दिल के
ये बात क़यामत की रात की है !
- "प्रसून"
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